Class 10th Science Vvi Question Answer 2025 – कक्षा 10वीं महत्वपूर्ण क्वेश्चन आंसर 2025
दोस्तों यदि आप भी मैट्रिक परीक्षा का बेहतरीन तैयारी कर रहे हैं और आप लोग अच्छा अंक लाना चाहते हैं तो हमारे इस आर्टिकल में दिए गए क्वेश्चन को याद जरूर करें और अपने कॉपी में जरूर नोट करें इससे हर साल परीक्षा में क्वेश्चन को बहू लड़ जाते हैं यदि आप लोग इस क्वेश्चन को पढ़ लेते हैं तो आपका तैयारी काफी और बेहतर हो जाएगा ताकि आपको परीक्षा में कोई भी दिक्कत समस्या ना होगा और नीचे दिए गए व्हाट्सएप ग्रुप और टेलीग्राम ग्रुप को भी अवश्य ज्वाइन कर लेंगे ताकि हर अपडेट आप तक पहुंचते रहेगी
Class 10th Science Vvi Subjective
1. अपररूपता से आप क्या समझते हैं? कार्बन के कितने अपररूप हैं?
उत्तर – अपररूपता (Allotropy): किसी रासायनिक तत्त्व के दो या दो से अधिक ऐसे रूप जिनके भौतिक गुण भिन्न होते हैं परंतु रासायनिक गुण समान होते हैं। उदाहरणस्वरूप कार्बन के दो मुख्य अपररूप हैं-
- रवादार अपररूप: कार्बन के दो रवादार अपररूप हैं- (a) हीरा, (b) ग्रेफाइट
- बेरवादार अपररूप: कार्बन के तीन बेरवादार अपररूप हैं- (a) कोक, (b) काजल, (c) चारकोल।
1985 में हेरोल्ट क्रोटो और रिचार्ड स्माले ने कार्बन के एक अन्य अपररूप की खोज की है जिसमें कार्बन के 60 परमाणु फुटबॉल के रूप में व्यवस्थित होते हैं। इसे फुलेरिन कहा जाता है।
2. कोई वस्तु सजीव है, इसका निर्धारण करने के लिए हम किस मापदंड का उपयोग करेंगे?
उत्तर – कोई वस्तु सजीव है, इसका निर्धारण हम तभी कर सकते हैं जब उसमें निम्न लक्षण मौजूद हों-
- सजीवों का निश्चिंत आकार एवं आकृति होती है।
- सजीवों का शरीर कोशिकाओं/ऊतकों का बना होता है।
- सजीवों में पोषण होता है।
- सजीवों में विभिन्न उपापचयी क्रियाएँ जैसे- पाचन, श्वसन, स्वांगीकरण आदि पायी जाती है।
यद्यपि सजीव रूप-रंग, आकार आदि में समान भी होते हैं और भिन्न भी। जंतु दौड़ते, साँस लेते, बोलते हैं तथा उत्सर्जन करते हैं। परंतु पौधों में चलने, साँस लेने, बोलने, उत्सर्जन करने की क्षमता नहीं होती फिर भी पौधे सजीव हैं, क्योंकि इनमें अन्य सभी क्रियाएँ सामान्य रूप से होती हैं।
3. प्रकाश के अपवर्तन से आप क्या समझते हैं? प्रकाश के अपवर्तन के नियमों को लिखें।
उत्तर – जब प्रकाश किरण विरल माध्यम से सघन माध्यम में प्रवेश करती है तो अभिलंब की ओर मुड़ जाती है। परंतु जब प्रकाश किरण सघन माध्यम से विरल माध्यम में प्रवेश करती है तो अभिलंब से दूर हट जाती है। इस प्रकार किसी एक पारदर्शी माध्यम से दूसरे पारदर्शी माध्यम में प्रकाश की दिशा में परिवर्तन होने की घटना को प्रकाश का अपवर्तन कहते हैं।प्रकाश के अपवर्तन के दो नियम हैं-
- आपतित किरण, अपवर्तित किरण और आपतन बिंदु पर खींचा गया अभिलंब तीनों एक ही समतल में होता है।
- आपतन कोण की ज्या और अपवर्तन कोण की ज्या का अनुपात निम्न होता है-
sin i sin r = µ = नियतांक
जहाँ म्यू (µ) एक नियतांक है जिसे माध्यम का प्राप्तांक कहते हैं।
4. धातु के संक्षारण, गैंग और मिश्रधातु को परिभाषित करें।
उत्तर – धातु का संक्षारण (Corrosion of metal): वह रासायनिक प्रक्रिया जिसमें धातु नमीयुक्त वायु से अभिक्रिया कर अवांक्षनीय पदार्थ का निर्माण करती है, धातु का संक्षारण कहलाती है। यह एक ऑक्सीकरण अवकरण अभिक्रिया है, जो तब तक चलती रहती है जबतक धातु पूर्णतः समाप्त नहीं हो जाती है। उदाहरणस्वरूप, लोहे पर जंग लगना धातु संक्षारण का उत्कृष्ट उदाहरण है।
4Fe + 3O2 + 3H2O→ Fe2O3 + 2Fe(OH)3
- गैंग या आधात्री : धातु के अयस्क में उपस्थित अवांक्षनीय अशुद्धियों को गैंग या अधात्री कहते हैं। उदाहरणस्वरूप में मिट्टी, बालू, पत्थर के टुकड़े इत्यादि अशुद्धियाँ होती हैं। इन अशुद्धियों को गैंग कहा जाता है।
- मिश्रधातु (Alloy) : दो अथवा दो से अधिक धातुओं और धातु के समांगी मिश्रण को मिश्रधातु कहते हैं। उदाहरणस्वरूप, ड्यूरेलुमिन ऐलुमिनियम की एक उपयोगी मिश्रधातु है जिसमें ऐलुमिनियम की मात्रा 95% होती है। इसके अतिरिक्त इसमें ताँबा (4%), मैग्नेशियम (0.5%) तथा मैंगनीज (0.5%) होता है।
5. यदि एक लक्षण A अलैंगिक प्रजनन वाले समष्टि के 10% सदस्यों में पाया जाता है तथा B उसी समष्टि के 90% जीवों में पाया जाता है तो कौन-सा लक्षण पहले उत्पन्न होगा और क्यों ?
उत्तर – अलैंगिक रीति से जनन करने वाली समष्टि में लक्षण-B पहले उत्पन्न हुआ होगा, क्योंकि लक्षण-B अलैंगिक प्रजनन वाली समष्टि में 90% जीवों में पायी जाती है। यह लक्षण-A प्रजनन वाली समष्टि से 80% अधिक है। यही कारण है कि लक्षण-B पहले उत्पन्न होगा।
6. पर्यावरण मित्र बनाने के लिए आप अपनी आदतों में कौन-से परिवर्तन ला सकते हैं?
उत्तर – पर्यावरण मित्र बनाने के लिए हमें ध्यान देना होगा कि हम अपने संसाधनों का व्ययिकतापूर्ण उपयोग करें और पर्यावरण के संरक्षण में अपना पूर्ण योगदान दें। इसके साथ ही हमें पर्यावरण मित्र बनने के लिए तीन प्रकार के R को अपनाना होगा, जो इस प्रकार हैं-
- कम उपयोग (Reduce): इसका अर्थ है संसाधनों को कम-से- कम वस्तुओं का उपयोग करना और उसकी बर्बादी को रोकना। जैसे बिजली के पंखे बंद करके बिजली बचा सकते हैं। व्यंर्थ में बहते हुए पानी का बचत कर सकते हैं। हमें भोजन को नष्ट नहीं होने देना चाहिए।
- पुनः चक्र (Recycle): इसका अर्थ है हमें प्लास्टिक, कागज, धातु और काँच की वस्तुओं तथा ऐसे ही पदार्थों का पुनः चक्रण करके उपयोगी वस्तुएँ बनानी चाहिए।
- पुनः प्रयोग (Reuse): इस तरीके में हम किसी वस्तु का बार-बार प्रयोग कर सकते हैं। जैसे- लिफाफों को फेंकने की अपेक्षा उसे हम फिर से उपयोग में ला सकते हैं। प्लास्टिक की बोतलों तथा डिब्बों का उपयोग रसोईघर में वस्तुओं को रखने के लिए कर सकते हैं।
Quick Link
Vvi Question paper | Click Here |
Telegram channel | Click Here |
WhatsApp channel | Click Here |