Bihar Board Class 10th Hindi Vvi Subjective Question Answer 2025

Bihar Board Class 10th Hindi Vvi Subjective Question Answer 2025

दोस्तों यदि आप भी मैट्रिक फाइनल परीक्षा 2025 में देने वाले हैं तो आपके लिए काफी महत्वपूर्ण हिंदी का लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न लेकर आए हैं जो आपकी परीक्षा में आने का संभावना काफी ज्यादा है हमने पिछले कई वर्षों से मैट्रिक की तैयारी करते हुए आ रहे हैं जो की मेरा गेसिंग किया हुआ क्वेश्चन परीक्षा में 100% लड़ता है और इस बार भी 100% लाने की संभावना है तो आप लोग इस क्वेश्चन को याद जरूर कर लें और अपने दोस्तों मित्रों साथियों के पास शेयर जरूर करें ताकि उनका भी भला हो वह भी अच्छा अंक मैट्रिक फाइनल परीक्षा में ले आए ।

Bihar Board Class 10th Hindi Vvi

1. लक्ष्मी कौन थी? उसकी पारिवारिक परिस्थिति का चित्र प्रस्तुत करें

उत्तर– लक्ष्मी लक्ष्मण की पत्नी थी। उसकी चार संतानें थीं, दो बेटे और दो बेटियाँ। लक्ष्मी की पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं थी। उसका पति कलकत्ता (कोलकता) में नौकरी करता था। पति द्वारा भेजे गए पैसों से सुचारु रूप से परिवार चलाना संभव नहीं था, अतः लक्ष्मी तहसीलदार साहब के घर छिटपुट काम करके अतिरिक्त पैसे अर्जित कर अपने परिवार को सँभालने की कोशिश करती थी।

2. बहू ने सास को मंनाने के लिए कौन-सा तरीका अपनाया?

उत्तर– बहु ने सास को मनाने के लिए अपने बच्चे को माध्यम बनाया। उसने अपने बच्चे को सिखाया कि तू अपनी दादी के पास चला जा, वह मिठाई देती है। हमारे घर कदम मत रखना। बच्चा दादी के पास चला गया। दादी पोते को पाकर निहाल हो उठी और धीरे-धीरे सास-बहू के बीच की दूरी सिमटने लगी।

3. पाप्पाति कौन थी? उसे शहर क्यों लाया गया था?

उत्तर – पाप्पाति मूनांडिप्पद्दि गाँव की वल्लि अम्माल (वल्लियम्मा) की बारह वर्षीया पुत्री थी। उसकी तबीयत खराब थी। अतः, बड़े अस्पताल में दिखाने के लिए वह शहर लाई गई थी ?

4. माँ मंगु को अस्पताल में क्यों नहीं भरती कराना चाहती थी?

उत्तर – माँ को अस्पताल वालों (अस्पताल के कर्मचारियों) पर यह भरोसा नहीं है कि वे जन्म की पागल और गूँगी मंगु की यथोचित सेवा कर सकेंगे। माँ अस्पताल को अपंग जानवरों की गौशाला के रूप में समझती थी। उसके भीतर न जाने यह धारण कैसे गहरे पैठ गई थी कि यदि वह अपनी पुत्री को अस्पताल भेजेगी तो वहाँ उसकी मृत्यु हो जाएगी।

5. लेखक द्वारा नाखूनों को अस्त्र के रूप में देखना कहाँ तक संगत है?

उत्तर – जब मनुष्य जंगली था, वनमानुष जैसा, तब उसे अपनी रक्षा के लिए नाखूनों की जरूरत थी। वास्तव में, नाखून ही उसके अस्त्र (हथियार) थे। वह अपने प्रतिद्वंद्वियों से जूझने और उन्हें परास्त करने में अपने नाखूनों की मदद लिया करता था। अतः, लेखक द्वारा नाखूनों को अस्त्र रूप में देखना सर्वथा संगत है।

6. मछली और दीदी में क्या समानता है? स्पष्ट करें।

उत्तर – जिस तरह मछली बेजुबान होती है, अपनी पीड़ा व्यक्त नहीं कर पाती. उसी तरह दीदी भी बेजुबान है। वह अपनी अतंर्व्यथा प्रकट नहीं कर पाती।

7. विरजु महाराज के गुरु कौन थे? उनका संक्षिप्त परिचय दें।

उत्तर –  बिरजु महाराज के गुरु उनके बाबुजी थे। बिरजु महाराज को उन्होंने ही गंढा बाँधा था। उनकी चार संतानें थीं- तीन लड़कियाँ और एक लड़का। वे निपुण नर्तक थे। उनका संबंध लखनऊ घराने से था।

8. गाँधीजी बढ़िया शिक्षा किसे कहते हैं?

उत्तर – गाँधीजी सबसे बढ़िया शिक्षा अहिंसक प्रतिरोध को मानते हैं। सही, बढ़िया और श्रेष्ठ शिक्षा वही है जो हमें बुराई, अवगुण हिंसा, अनैतिकता आदि का साहसपूर्वक विरोध करने के लिए तैयार करे। अहिंसा प्रतिरोध से विपक्ष की शारीरिक क्षति नहीं होती, अपितु उसके मन की सारी दुर्भावनाएँ हमेशा के लिए समाप्त हो जाती हैं। इसी अर्थ में यह बढ़िया शिक्षा है।

9. भारतमाता’ कविता में कवि भारतवासियों का कैसा चित्र खींचता है?

उत्तर – कवि (सुमित्रानंदन पंत) ने भारतवासियों का यथार्थ चित्र प्रस्तुत किया है। भारतवासियों ने तन पर पर्याप्त वस्त्र नहीं हैं, वे अधनंगे हैं। उन्हें कभी भर पेट भोजन नसीब नहीं होता है। वे शोषित और निहत्थे हैं। वे मूर्ख, असभ्य अशिक्षित हैं। वे असहाय और विवश हैं। ग्लानि और क्षोभ से उनके मस्तक झुके हुए हैं। वे सब कुछ सह लेते हैं, उसका प्रतिकार नहीं करते।

10. कवि प्रेममार्ग को अति सूधो’ क्यों कहता है? इस मार्ग की विशेषता क्या है?

उत्तर – प्रेम का मार्ग अत्यंत सीधा और सरल होता है। यह ज्ञानमार्ग की तरह कठिन नहीं होता। इसमें (प्रेममार्ग में) छल-कपट की चतुराई और दुनियादारी के लिए कोई स्थान नहीं होता।

11. मक्खी के जीवन-क्रम का कवि द्वारा उल्लेख किए जाने का क्या आशय है?

उत्तर – कवि के द्वारा मक्खी के जीवन-क्रम या उल्लेख व्यंग्यात्मक है। इसके माध्यम से कवि ने प्रतीक स्तर पर मनुष्य की निरुदेश्य प्राकृतिक प्रवृत्ति (पैदा, होना, पैदा करना और मर जाना) पर व्यंग्य किया है। कविता ध्वनि है कि मनुष्य को निरुदेश्य नहीं सोदेश्य जीना चाहिए। उसे नींद नहीं जागरण को महत्त्व देना चाहिए।

12. जाति भारतीय समाज में श्रम विभाजन का स्वाभाविक रूप क्यों नहीं कहीं जा सकती ?

उत्तर– चूँकि जाति प्रथा भारतीय समाज में श्रमिकों को वर्गों में विभाजित करती है और उन वर्गों में ऊँच-नीच का भाव उत्पन्न करती है इसलिए जाति को भारतीय समाज में श्रम विभाजन को स्वाभाविक नहीं कहा जा सकता।

13.विष के दाँत’ शीर्षक कहानी का नायक कौन है? तर्कपूर्ण उत्तर दें।

उत्तर – मदन काशू को पीटकर समृद्ध वर्ग के अहंकार को तोड़ता है। इस तरह वह अपने दोस्तों का ही लीडर नहीं होकर निर्धन वर्ग का भी लीडर (नायक) बन जाता है। कहानीकार (नलिन विलोचन शर्मा) निम्न एवं निम्न मध्यवर्ग में उच्च एवं समृद्ध वर्ग के माध्यम से प्रस्तुत करते हैं। अतः इस कहानी का नायक मदन ही ठहरता है।

14. धर्म की दृष्टि से भारत का क्या महत्त्व है? ‘भारत से हम क्या सीखें’ पाठ के आधार पर बताएँ 

उत्तर – धर्म की दृष्टि से भारत का विशिष्ट महल है। यहाँ धर्म का वास्तविक उद्भव और स्वाभाविक विकास हुआ। अनेक धर्मों के बीच निद्वंद्व भाव का होना भारत की धार्मिक दृष्टि की विशेषता है।

15. आविन्यों में प्रत्येक वर्ष कब और कैसा समारोह हुआ करता है?

उत्तर – आविन्यों मध्ययुगीन ईसाई मठ है। यह दक्षिणी फ्रांस में अवस्थित है। आविन्यों फ्रांस का एक प्रमुख कलाकेंद्र रहा है। यहाँ गर्मियों में फ्रांस और यूरोप का एक अत्यंत प्रसिद्ध और लोकप्रिय रंग समारोह प्रतिवर्ष होता है।

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